पटना के नामी गिरामी प्राइवेट अस्पताल से इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है, जहां एक बार फिर से पारस अस्पताल का के हकीकत की पोल खुल गई है. जानकारी के मुताबिक पटना के बेली रोल स्थित पारस अस्पताल अस्पताल में मुजफ्फरपुर का मरीज के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप था यह नामीगिरामी अस्पताल पैसे के लिए मरीज की जान से खिलवाड़ कर रहा है। मामला बढ़ता देख अस्पताल प्रशासन दबाने की भरपूर कोशिश किया.

परिजनों का आरोप था कि पारस अस्पताल में कोरोना के नाम पर बड़ा खेल चल रहा है. कोरोना की जांच जब बिहार के सरकारी अस्पताल में करवाई तो रिपोर्ट निगेटिव था. और जब मरीज पारस अस्पताल में आया तब कोरोना की जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव बताया गया. पॉजिटिव मरीज के इलाज के नाम पर लाखों रूपये पारस अस्पताल द्वारा ले लिए गये है.

बता दें कि कोरोना मरीज के परिजनों के साथ-साथ अन्य लोगों के परिजनों ने पारस अस्पताल में जमकर हंगामा किया. उनका आरोप है कि अस्पताल में पेशेंट के भर्ती होने के 18 घंटे बाद भी डायलिसिस नहीं किया गया. जिससे मरीज की मौत हो गयी. वहीं पारस अस्पताल में हंगामे का वीडियो तेज से वायरल हो रहा है. न्यूज4नेशन इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.

बता दें कि इसके पहले भी बिहार के कद्दावर नेता और वर्तमान में नीतीश सरकार में मंत्री श्याम रजक के साथ भी अस्पताल के डॉक्टर ने अमानवी बर्ताव किया था।हद तो तब हो गई जब अस्पताल में भर्ती श्याम रजक की पीठ को जला दिया गया था. इसके बाद श्याम रजक की तरफ से अस्पताल प्रबंधन पर शाष्त्रईनगर थाने में मुकदमा भी दर्ज कराई गई थी. इसके अलावे कई ऐसे मामले आये हैं जिनमें मरीजों के साथ जबरदस्ती करने के आरोप लगते रहे हैं. हालांकि अस्पताल प्रशासन इस तरह की शिकायत को खारिज करते रहा है.