देहरादून : उत्तराखंड के डीजीपी और अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कोरोना काल में अनोखी मिसाल पेश की। हर कोई आज के समय में बच्चों का विवाह शान-ओ-शौकत औऱ धूमधाम से कराना चाहता है। लेकिन कोरोना काल में उत्तराखंड डीजीपी और अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने न सिर्फ मिसाल पेश की बल्कि कोरोना के दौरान लॉकडाउन के सारे नियमों का पालन किया। जी हां उन्होने अपनी बेटी का विवाह सादगी भरे अंदाज मे किया और खुद में सादे वेश-भूषा में नजर आए।

डीजीपी अनिल रतूड़ी ने बताया कि बेटी अपर्णा का विवाह फरवरी में ही तय हो गया था। विवाह की तारीख 15 जून तय हुई। उस वक्त किसी को पता नहीं था कि कोरोना के चलते लॉकडाउन हो जाएगा और शादी-समारोह आदि की तस्वीर बदल जाएगी। ऐसे में तमाम रिश्तेदार और परिवार के लोगों का भी आ पाना मुश्किल हो गया। ऐसे में कोर्ट मैरिज कर शादी करने का फैसला लिया गया।

डीजीपी ने बताया कि बेटी के शादी के मौके पर न तो कोई समारोह आयोजित किया गया और न ही किसी तरह की फिजूलखर्ची की गई। केवल परिवार के सदस्य ही इस मौके पर मौजूद रहे। शादी में न कोई अधिकारी को न्यौता दिया गया और न ही राजनेता को…और तो और इसकी जानकारी पुलिस प्रशासन में किसी भी अधिकारी तक को नहीं था। इसका पता लोगों को तब चला जब कि पूर्व मुख्यमंत्री और काग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने डीजीपी और एसीएस की बेटी अपर्णा और दामाद अपूर्व की फेसबुक पर फोटो शेयर कर उन्हें विवाह की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

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