प्रधानमंत्री ने राममंदिर की आधारशिला रख दी है। पूजा सम्पन्न हो गई है। राम मंदिर निर्माण के लिए पहले शिलाओं का पूजन किया गया। 12 बज कर 44 मिनट पर चांदी की कन्नी से नींव डाली गई। भूमि पूजन में प्रधानमंत्री के साथ यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और संघ प्रमुख मोहन भागवत मौजूद थे।

भूमि पूजन कार्यक्रम खत्म होने के बाद सीएम योगी ने एक हिंदी समाचार चैनल से बात की। बातचीत के दौरान जब उनसे मस्जिद के शिलान्यास के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मस्जिद के शिलान्यास पर मुझे कोई बुलाएगा नहीं, और मैं जाऊंगा भी नहीं।

बात दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या में मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ भूमि दिए जाने का फैसला सुनाया था। इस पर यूपी सरकार ने  5 फरवरी को ही अयोध्या जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम धन्नीपुर तहसील सोहावल में थाना रौनाही से लगभग 200 मीटर पीछे 5 एकड़ जमीन मस्जिद के लिए आवंटित की थी। यहीं पर मस्जिद का निर्माण होना है।

इससे पहले योगी ने संबोधन कार्यक्रम के दौरान पूजन में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से शामिल होने वाले सभी लोगों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री ने बता दिया कि किस प्रकार से सभी को साथ लेकर समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अनेक पीढ़ियां चली गईं इस क्षण के इंतजार में। बहुत लंबा संघर्ष चलता रहा और आज पीएम मोदी की कोशिश के कारण यह संभव हो पाया है। मैं हृदय से उनका स्वागत करता हूं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि पांच शताब्दियों बाद राम मंदिर का सपना पूरा हुआ है। इस अवधपुरी का अहसास करने के लिए पांच शताब्दियां लग गईं।

135 करोड़ भारतवासियों को और पूरे विश्व के लोगों व नागरिकों की भावनाओं को मूर्तरूप देने का अवसर जिस महानुभाव के कारण प्राप्त हुआ वह हैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

योगी ने कहा कि मैं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संचालक मोहन भागवत और पूज्य महंत नृत्य गोपाल दास महाराज, देश के समस्त संत और इस कार्यक्रम के उपस्थित अतिथिगण को प्रणाम और उनका स्वागत करता हूं।

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