आजकल स्टूडेंट्स 12th तो आसानी से पास कर लेते हैं, लेकिन दिक्कत तब आती है जब आस-पास कोई गाइड करने वाला नहीं होता और उन्हें समझ नहीं आता कि कौन सा करियर उनके लिए सही है या किस क्षेत्र में करियर बनाने का अच्छा अवसर मिलेगा | इसलिए किसी ने सही कहा है कि एक बेहतर भविष्य के लिए सही मार्गदर्शन बहुत जरूरी है क्योंकि एक सही फैसला ही बच्चों के क़दमों को सफलता की राह पे ले जाकर आसमान की बुलंदियों पे बिठाता है।

बच्चों का कुछ ऐसा ही मार्गदर्शन कर रहा है “टेक बी” ,एचसीएल का प्रारंभिक कैरियर प्रोग्राम जो 12 वीं पास छात्रों को शुरुआती कैरियर के अवसर प्रदान करता है। ये एक काम-एकीकृत उच्च शिक्षा कार्यक्रम है जो सरकार के “कौशल भारत” मिशन में भी बढ़ चढ़कर योगदान देता है।

इस प्रोग्राम की सबसे खास बात ये है की ये 10+2 छात्रों को आने वाले कल के लिए तैयार करता है ताकि वो जब भी मैदान में उतरें तो उन्हें हर चीज़ की जानकारी हो साथ ही ये प्रोग्राम एचसीएल में प्रवेश स्तर वाली आईटी नौकरियों के लिए छात्रों को तकनीकी और पेशेवर रूप से भी तैयार करता है।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए उम्मीदवार 12 महीने के प्रशिक्षण से गुजरते हैं। इन 12 महीनों के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी, प्रासंगिक सॉफ्टवेयर टूल, प्रक्रियाओं और जीवन कौशल के मूल सिद्धांतों को भी सीखते हैं। प्रशिक्षण के सफलतापूर्वक पूरा होने पर, बच्चों को एचसीएल टेक्नोलॉजीज में एप्लीकेशन और इंफ्रास्ट्रक्चर सपोर्ट, टेस्टिंग और सीएडी सपोर्ट के क्षेत्रों में प्रतिष्ठित परियोजनाओं में काम करने का मौका मिलता है। प्रशिक्षण की पूरी अवधि के दौरान, इन 12 महीनों  में नामांकित छात्रों को प्रति माह 10,000 रुपये का स्टाइपेंड भी दिया जाता है।

हम आपको ये भी बता दें की एचसीएल में काम करते हुए, छात्र आईटी प्रोग्राम में परास्नातक करने के लिए बिट्स पिलानी और SASTRA University जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में भी दाख़िला ले सकते है। इस प्रोग्राम में इच्छुक छात्रों को एक प्रवेश परीक्षा से गुज़ारना पड़ता है। ये कार्यक्रम कक्षा प्रशिक्षण और नौकरी के प्रशिक्षण का एक संयोजन प्रदान करता है, और इस बात पर पूरा फोकस किया जाता है की प्रोग्राम ख़त्म होने तक बच्चे आत्मनिर्भर बनें।

 

टेक बी प्रोग्राम के साथ, एचसीएल का उद्देश्य है की सर्वोत्तम प्रतिभा को इंडस्ट्री की सही प्रशिक्षण मिले | एचसीएल के इस प्रोग्राम के साथ देश की टॉप यूनिवर्सिटीज भी जुडी है, जिनकी डिग्री लेना हर छात्र का सपना होता है यही वजह है की अब तक 2000 से अधिक छात्र टेक बी प्रोग्राम का हिस्सा बन चुके हैं और अब एचसीएल के साथ काम कर रहे हैं। इस अनिश्चित समय में, ये आंकड़े और टेक बी दोनों निश्चित रूप से छात्रों और अभिभावकों के लिए आशा की एक किरण है।

एचसीएल के टेक बी प्रोग्राम प्रोग्राम से जुडकर छात्रों को कई फायदे होंगे,जैसे:

जॉब फर्स्ट – भारत की प्रमुख आईटी कंपनी एचसीएल के साथ नौकरी का आश्वासन

वित्तीय साधन – पहले महीने से ही स्टाइपेंड मिलना शुरू हो जाता है ताकि आप आत्मनिर्भर हो जाये

उच्च शिक्षा – भारत के प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थानों जैसे बिट्स पिलानी और SASTRA University से डिग्री

 

बच्चों और माता पिता को फ़ाइनेंशियल हेल्प देने और फ़ीस का भार कम करने के लिए भी इस प्रोग्राम में ध्यान रखा गया है, अगर कोई छात्र ट्रेनिंग के दौरान 90% या उस से अधिक स्कोर करता है तो फ़ीस 100% माफ़ होगी और 85-90% लाने वाले बच्चों को फ़ीस में 50% की छूट मिलेगी|

 

एचसीएल के टेक बी प्रोग्राम में पूरे भारत के वो छात्र जिन्होंने 2019 और 2020 में बारहवीं कक्षा पूरी कर ली है,आवेदन कर सकते है| कक्षा बारवी मैं छात्रों के पास मैथ्स (Maths) होना अनिवार्य है |

 

आवेदन करने के लिए https://registrations.hcltechbee.com/HCLपर जायें|  प्रोग्राम में रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख है 30 जून 2020 |

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