सरकार ने बुधवार को वरिष्ठ नागरिकों की सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (पीएमवीवीवाई- Pradhan Mantri Vaya Vandana Yojana scheme ) की अवधि तीन साल के लिए और बढ़ा दी। साथ ही इस मिलने वाली सालाना प्रतिफल की दर घटाकर 7.4 प्रतिशत कर दी। पिछले वित्त वर्ष में ब्याज दर 8 प्रतिशत थी

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पीएमवीवीवाई को 31 मार्च 2020 से अगले तीन वर्ष अर्थात 31 मार्च 2023 तक बढ़ा दिया। साथ ही प्रारंभ में 2020-21 के लिए 7.40 प्रतिशत की सुनिश्चित प्रतिफल दर तय किया गया है और उसके बाद हर साल दर की समीक्षा की जाएगी। सरकार ने वित्त वर्ष 2018-19 के बजट में 8 प्रतिशत के निश्चित रिटर्न के साथ योजना की अवधि बढ़ाकर मार्च 2020 कर दी थी। साथ ही इसमें निवेश की सीमा भी दोगुनी कर 15 लाख कर दी  गई थी।

यह भी पढ़ें: PhonePe के जरिए घर बैठे होगी मोटी कमाई, सिर्फ 500 रु से शुरू करें निवेश

विज्ञप्ति के अनुसार इसमें वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) की संशोधित प्रतिफल दर के अनुरूप प्रतिफल की दर में वित्त वर्ष में 1 अप्रैल से प्रभावी वार्षिक समायोजन की व्यवस्था की मंजूरी दी हैं। अभी इसकी अधिकतम सीमा 7.75 प्रतिशत रखी  गई है, लेकिन इस सीमा के टूटने पर इस योजना में प्रतिफल की समीक्षा किसी भी समय की जा सकेगी।  वरिष्ठ नागरिकों की निश्चित आय सुरक्षा वाली इस योजना का क्रियान्वयन भारतीय जीवन बीमा निगम कर रहा है।

मिलती है गारंटीशुदा न्यूनतम पेंशन

इस योजना का मकसद वरिष्ठ नागरिकों (60 साल और उससे ऊपर) को गारंटीशुदा न्यूनतम पेंशन उपलब्ध कराना है जो खरीद मूल्य पर मिलने वाले निश्चित प्रतिफल पर आधारित है। सरकार की वित्तीय जवाबदेही निवेश राशि पर एलआईसी द्वारा अर्जित बाजार रिटर्न और 7.4 प्रतिशत की रिटर्न (गारंटी शुदा प्रतिफल) के बीच कम पूरा करने तक सीमित है। यह व्यवस्था 2020-21 के लिए है और उसके बाद इस योजना पर ब्याज दर हर साल वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) के अनुरूप तय होगी।

यह भी पढ़ें: केंद्र सरकार की मदद से शुरू करें ये बिजनेस, हर महीने 1 लाख रुपए से ज्यादा कमाएं

क्या है पात्रता?

योजना के प्रबंधन पर पहले साल के खर्च को निवेश राशि के 0.5 प्रतिशत पर नियत किया गया है। दूसरे साल से अगले नौ साल तक खर्च 0.3 प्रतिशत सालाना तय किया गया है।  विज्ञप्ति के अनुसार, ”इस पर वित्तीय देनदारी वित्त वर्ष 2023-24 में 829 करोड़ रुपये से अंतिम वित्त वर्ष 2032-33 में 264 करोड़ रुपये के दायरे में हो सकती है।वास्तविक आधार पर वार्षिक भुगतान के लिए सब्सिडी प्रतिपूर्ति के 614 करोड़ रुपये होने का उम्मीद है। हालांकि वास्तविक ब्याज अंतर (सब्सिडी) नई जारी पालिसियों की संख्या में शर्तों के वास्तविक आधार पर पर निर्भर होगी। योजना की घोषणा वित्त वर्ष 2017-18 के बजट में की  गई थी। दस साल की इस योजना में पेंशन मासिक, तिमाही, छमाही या सालाना ली जा सकती है।

किन दस्तावेजों की जरूरत होगी?
-पैन कार्ड की कॉपी
-पते का प्रूफ (आधार, पासपोर्ट की प्रति)
-उस बैंक पासबुक के पहले पेज की कॉपी जिसमें खाताधारक को पेंशन चाहिए

किन बातों का रखें ध्यान?
-पॉलिसी के तीन सालों के बाद पीएमवीवीवाई पर लोन सुविधा उपलब्ध है. अधिकतम लोन की रकम परचेज प्राइस का 75 फीसदी से ज्यादा नहीं हो सकती है. -स्कीम में सरकार की अन्य पेंशन स्कीमों की तरह टैक्स बेनिफिट नहीं मिलता है.

ये है हेल्‍पलाइन नंबर

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (pmvvy pension scheme) के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप 022-67819281 या 022-67819290 नंबर पर कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा टोल फ्री नंबर- 1800-227-717 और ईमेल  onlinedmc@licindia.com के जरिए भी स्‍कीम के फायदे को समझा जा सकता है। इसके अलावा https://licindia.in/Products/Pension-Plans लिंक पर जाकर विस्‍तार से स्‍कीम के बारे में समझ सकते हैं।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here