पहले दुनिया को दिया कोरोना, अब उससे लड़ने को चीन ने बनाई चौकड़ी, इन देशों के साथ की हाई लेवल मीटिंग

कोरोना वायरस से जुड़े आंकड़े छिपाने की वजह से चीन लगातार अमेरिका समेत कई देशों के निशाने पर रहा है. लेकिन अब खुद चीन (China) ने भी आधिकारिक तौर पर स्वीकार कर लिया है कि उसके द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों से ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में आए थे. चीन के स्वास्‍थ्‍य विभाग (Centre For Disease Control) ने अप्रैल के दौरान वुहान (Wuhan) शहर में हुए सीरो सर्वे (Sero Survey) में पाया कि करीब 4.43 प्रतिशत आबादी में कोरोना से संक्रमित होने के लक्षण हैं. सीरो सर्वे में 4.43% लोगों में कोरोना की एंटीबॉडी पाई गई.

आंकड़ों से 10 गुना ज्यादा लोग हुए कोरोना से संक्रमित

चीन के वुहान शहर की आबादी 1 करोड़ 10 लाख से ज्यादा है. यानी सीरो सर्वे के हिसाब से अकेले वुहान में अप्रैल तक ही 4 लाख 80 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित (Coronavirus) हो चुके थे. वुहान शहर में अभी कोरोना संक्रमित लोगों का आधिकारिक आंकड़ा 50 हजार के करीब है. यानी आधिकारिक आंकड़े से 10 गुना ज्यादा लोग सिर्फ अप्रैल के महीने तक ही संक्रमित हो चुके थे.

बताते चलें कि इस सीरो सर्वे में 34,000 लोगों को शामिल किया गया था. वुहान के अलावा शंघाई, बीजिंग, हुबेई, गुआंग्डोंग, जिआंगसू, सिचुआन और लिओनिंग प्रांत के लोगों पर कोरोना संक्रमण की दर का अनुमान लगाने के लिए ये सीरो सर्वे किया गया था. इसमें पता चला है कि वुहान के बाहर संक्रमण फैलने की दर काफी कम है. हुबेई प्रान्त में 0.44 फीसदी लोगों में कोरोना एंटीबॉडीज पाया गया. वहीं अन्य 6 शहरों के 12 हजार लोगों में से सिर्फ 2 लोगों में एंटीबॉडी पाई गई.

पोल खोलने वाले जर्नलिस्ट के खिलाफ की थी कार्रवाई

चीन के ही नागरिक जिन्होंने चीन पर असली आंकड़े छिपाने का आरोप लगाया था और पूरी दुनिया के सामने चीन की सच्चाई बताने की कोशिश की थी, उन्हें चीन ने प्रताड़ित करके जेल में डाल दिया था. ऐसा ही कुछ चीन से सिटीजन जर्नलिस्ट झांग झान के साथ किया. झांग ने पूरी दुनिया के सामने चीन की पोल खोलने के लिए लाइव रिपोर्टिंग की थी और बताया था कि चीन वुहान के असली आंकड़ों को छिपाने की कोशिश कर रहा है. वहीं सोमवार को ही चीन के शंघाई की एक कोर्ट ने इसी मामले में सिटीजन जर्नलिस्ट झांग झान को चार सालों के जेल की सजा सुनाई.

इस कारण चीन ने कम बताए कोरोना के केस

चीन के आंकड़ों पर पूरी दुनिया के सवालिया निशान होने का एक बड़ा कारण चीन के Asymptomatic केसों को आधिकारिक मामलों में शामिल नहीं न करना भी है. जहां भारत सहित पूरी दुनिया में Asymtomtic केसों को भी आधिकारिक आंकड़ों में शामिल किया जाता है. वहीं चीन इसके उलट सिर्फ कोरोना के लक्षण वाले मरीजों को ही शामिल करता है. अभी चीन की नेशनल हेल्थ कमीशन (National Health Commission) के आधिकारिक आंकड़ों  की मानें तो बुधवार तक चीन में कोरोना वायरस के कुल मामले 87,027 हैं, जबकि 4,634 लोगों की इस वायरस से मौत हो चुकी है.

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