देश की राजधानी दिल्ली के चिड़ियाघर (Delhi Zoo) में बाघिन की मौत कोरोनावायरस के संक्रमण से नहीं हुई थी. बाघिन की टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है.13 साल की बाघिन की मौत रीनल फेलियर की वजह से हुई थी. एडवाइजरी के मुताबिक एडवाइजरी के मुताबिक कोविड सैंपल इंडियन वेटिनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट भेजा गया जहां से कोरोना टेस्ट नेगेटिव आया है. पर्यावरण मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि कल्पना नामक 14 वर्षीय बाघिन की बुधवार शाम मौत हो गई. उसे बृहस्पतिवार को दफना दिया गया. उन्‍होंने बताया कि यह बाघिन कमजोर हो गई थी. उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्रिएटनिन स्तर बहुत अधिक बढ़ने की बात सामने आई है.

उन्होंने कहा, ”कोरोना वायरस के मद्देनजर जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार दफनाने के दौरान कुछ ही अधिकारी मौजूद थे.” केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के पूर्व सदस्य सचिव डीएन सिंह ने शुक्रवार को चिड़ियाघर के अधिकारियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया.

केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के अधिकारी के अनुसार ऐसा लगता है कि बाघिन की मौत डिहाईड्रेशन (शरीर में पानी की कमी) की वजह से हुई. जबलपुर के एक वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी ने चिड़ियाघर के अधिकारियों को मलाशय के जरिये उसके शरीर में सेलाइन पहुंचाने की सलाह दी थी ताकि डिहाईड्रेशन में कमी आए. लेकिन चिड़ियाघर के कर्मचारियों ने ऐसा करने से मना कर दिया था. उन्होंने कहा, ”इसके अलावा बाघिन के अंतिम संस्कार के दौरान कोई भी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद नहीं था, जो नियमों का उल्लंघन है.”

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here