इंदौर में बैल के साथ जुतकर गाड़ी खींचता दिखा व्यक्ति, पैसों की कमी के चलते पांच हजार में बेच दिया था दूसरा बैल
कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण लागू देशव्यापी लॉकडाउन के बीच दिल को झकझोर देने वाली तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आ रहे हैं। ऐसे ही एक वीडियो में तंगहाली के शिकार परिवार के एक व्यक्ति को बैल के साथ जुतकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गाड़ी खींचते देखा जा सकता है।
सोशल मीडिया के दावों के मुताबिक, यह वीडियो इंदौर जिले से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-तीन (आगरा-मुंबई राजमार्ग) का बताया जा रहा है। इस वीडियो में राजमार्ग पर एक बैलगाड़ी धीमी चाल से आगे बढ़ती दिखाई दे रही है जिसमें एक बैल और एक व्यक्ति साथ-साथ जुते नजर आते हैं।
घर-गृहस्थी के कुछ सामान से लदी बैलगाड़ी में एक महिला और एक युवक बैठे दिखाई दे रहे हैं। बैल के साथ जुतकर गाड़ी खींचता दिखा व्यक्ति वीडियो में अपना नाम राहुल बता रहा है और उसकी उम्र 40 साल के आस-पास मालूम पड़ती है।
बैल के साथ गाड़ी में जुता व्यक्ति वीडियो में कहते सुनाई पड़ता है, मैं (इंदौर शहर के पास स्थित) पत्थरमुंडला गांव का रहने वाला हूं और (नजदीकी कस्बे) महू से निकला हूं। गाड़ी में मेरी भाभी और छोटा भाई बैठे हैं। हम गांव-देहातों की ओर जा रहे हैं।
बैल के साथ गाड़ी में जुते व्यक्ति ने लाचारगी भरे स्वर में कहा, बसें भी नहीं चल रही हैं। अगर बसें चलतीं, तो हम बस से ही सफर करते। मेरे पिता, मेरा भाई और मेरी बहन आगे पैदल चले गए हैं। राहुल ने बताया कि उसका परिवार गांव-गांव घूमकर बैलों की खरीद-फरोख्त का काम करता है।
राहुल ने कहा, आखिर हम क्या करें? मेरे पास दो बैल थे। लेकिन मेरे घर में आटा और खाना पकाने का दूसरा सामान खत्म हो गया था। इसके चलते मैंने 15,000 रुपये कीमत का एक बैल केवल 5,000 रुपये में 15 दिन पहले ही बेच दिया ताकि मैं अपने घर का खर्च चला सकूं।
इस बीच, प्रशासन ने इस वायरल वीडियो का संज्ञान लिया है। अनुविभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) प्रतुल सिन्हा ने बुधवार को बताया कि मैंने महू की जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) को मामले की पूरी सच्चाई पता लगाने के निर्देश दिए हैं।
सिन्हा ने बताया कि वीडियो में बैलगाड़ी में जुते दिखाई दिए व्यक्ति की तलाश की जा रही है और संबंधित सरकारी योजना के तहत उसके परिवार की हरसंभव मदद की जाएगी।