शुरुआती रुझानों की बढ़त से लग रहा है कि नई दिल्ली सीट से केजरीवाल अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज कर सकते हैं.

इस बार आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे.

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है. इन सीटों के लिए आठ फरवरी को मतदान हुए थे. चुनाव आयोग के मुताबिक रुझानों में आम आदमी पार्टी और बीजेपी में कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. वहीं कांग्रेस पार्टी अभी तक किसी भी सीट पर खाता नहीं खोल पाई है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक सुबह 10 बजे तक आम आदमी पार्टी 26 सीटों तो वहीं बीजेपी 14 सीटों पर आगे चल रही है.

नई दिल्ली सीट से केजरीवाल आगे

 

नई दिल्ली सीट से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल करीब 2000 वोट के अंतर से आगे चल रहे हैं. शुरुआती रुझानों की बढ़त से लग रहा है कि नई दिल्ली सीट से केजरीवाल अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज कर सकते हैं. 2013 में केजरीवाल करीब 25 हजार वोट से और 2015 में करीब 34 हजार वोट से जीत दर्ज करने में कामयाब हुए थे.

नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता पीछे

 

बीजेपी को रोहिणी से बड़ा झटका लगता हुआ दिख रहा है. रोहिणी से बीजेपी के दिग्गज नेता और नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता 5 हजार वोट से पीछे चल रहे हैं. रोहिणी सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है. लेकिन इस बार विजेंद्र गुप्ता का जादू चलता नहीं दिख रहा है. हालांकि मॉडल टाउन से बीजेपी उम्मीदवार कपिल मिश्रा आगे चल रहे हैं. कपिल मिश्रा ने आप से बीजेपी में पाला बदला है

दिल्ली चुनाव में कुल 672 उम्मीदवारों ने लिया हिस्सा

 

इस बार आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. इसके अलावा बीजेपी ने 67 और कांग्रेस ने 66 सीटों पर अपने उम्मीदवारे थे. दिल्ली चुनाव में कुल 672 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा. इसमें 593 पुरुष और 79 महिला उम्मीदवार शामिल थीं. इस चुनाव में कुल 62.59 फीसदी वोटिंग हुई.

 

सबसे अधिक उम्मीदवार नई दिल्ली सीट पर

 

सबसे अधिक उम्मीदवार नई दिल्ली नई दिल्ली विधानसभा सीट से उतरे. इस सीट पर 28 उम्मीदवार थे. इसी सीट से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं सबसे कम चार उम्मीदवार पटेल नगर विधानसभा सीट पर हैं.

 

2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटों पर जीत दर्ज की थी. बीजेपी मात्र तीन सीट पर सिमट गई थी और वहीं कांग्रेस खाता खोलने में भी नाकामयाब रही थी.

 

 

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