नई दिल्ली: कोरोना के संकटकाल में भी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार में सियासी गतिविधियां तेज हो गई हैं। भाजपा ने चुनावी बिगुल फूंकते हुए दो बड़ी डिजिटल रैलियां करने की घोषणा की है। पार्टी की ओर से गृह मंत्री अमित शाह नौ जून को पहली डिजिटल रैली करेंगे और उसी दिन राजद की ओर से भी एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। राजद ने 9 जून को थाली-कटोरा पीटकर गरीब अधिकार दिवस मनाने का एलान किया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का कहना इस दिन थाली-कटोरा बजाकर नींद में सो रही सरकार को जगाया जाएगा।

नौ जून को शाह की डिजिटल रैली

बिहार भाजपा के अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल ने बताया कि नौ जून को अमित शाह की डिजिटल रैली के बाद पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की रैली होगी और इसकी तारीख का एलान जल्द किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के मन की बात को बिहार में 60 हजार बूथों पर सुना गया। 38 हजार बूथों की तस्वीर सामने आ चुकी है। इसी के बाद पार्टी ने अमित शाह की 9 जून को डिजिटल रैली कराने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी के पदाधिकारियों के साथ ही आम लोग भी ऑडियो-वीडियो कांफ्रेंसिंग या फेसबुक के जरिए गृह मंत्री शाह की बातों को सुन सकेंगे।

बिहार को प्राथमिकता दे रही है केंद्र सरकार

प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया कि केंद्र सरकार बिहार को काफी प्राथमिकता दे रही है और बिहार को केंद्र से मिलने वाले हिस्सेदारी से दोगुनी राशि दी जा रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि महाराष्ट्र का अपना संसाधन 74 फीसदी है तो उसे केंद्र से 26 फीसदी की राशि मिलती है और बिहार का अपना संसाधन 26 फीसदी है तो उसे केंद्र से 74 फ़ीसदी राशि मिलती है।

बख्शे नहीं जाएंगे गोपालगंज कांड के दोषी

सियासी गर्माहट का मुद्दा बने गोपालगंज हत्याकांड का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि दोषी बख्शे नहीं जाएंगे और कानून अपना काम करेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट को देखते हुए पार्टी डिजिटल चुनावी तैयारी में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 20 लाख करोड़ के पैकेज का एलान किया है और बिहार के योग्य लोगों को भी इस पैकेज का फायदा मिलेगा।

नौ जून को थाली-कटोरा बजाने का आह्वान

दूसरी और नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जेडीयू और भाजपा पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार लौटने के दौरान 100 से ज्यादा प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई और ऐसे में भाजपा डिजिटल रैली की तैयारी में जुटी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा को गरीबों की कोई चिंता नहीं है। उसे सिर्फ सत्ता की भूख और नशा है। उन्होंने नौ जून को गरीब अधिकार दिवस मनाने का एलान किया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे थाली-कटोरा पीटकर नींद में सो रही सरकार को जगाने का प्रयास करें। जिन लोगों के पास थाली और कटोरा नहीं है वे केले का पत्ता लेकर सड़कों पर उतरें और सरकार के प्रति अपना विरोध जताएं।

सरकार बताए बिहार को कितना हिस्सा मिला

उन्होंने कहा कि भाजपा की ओर से हमेशा डबल इंजन की सरकार की दुहाई दी जाती है मगर सरकार को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि पीएम की ओर से घोषित पैकेज में बिहार को कितना हिस्सा मिला। उन्होंने कहा कि बिहार लौटने वाले अधिकांश मजदूर वापस नहीं जाना चाहते मगर सरकार की ओर से इन मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने की अभी तक कोई व्यवस्था नहीं की गई है।

आटा के बिना डाटा लेकर क्या करेंगे

अर्थव्यवस्था के मामले में भी बिहार पहले से ही काफी पिछड़ा हुआ है और प्रदेश सरकार को यह बताना चाहिए कि बिहार पटरी पर कैसे लौटेगा। सरकार को यह भी बताना चाहिए कि बिहार से लोगों का पलायन रोकने के लिए पिछले 15 साल के दौरान क्या योजनाएं बनाई गई हैं। तेजस्वी ने कहा कि भाजपा के लोग डाटा की बात करते हैं मगर उन्हें बताना चाहिए जिन गरीबों के पास आटा नहीं है वो डाटा लेकर क्या करेंगे।

 

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