सरदारशहर में संयुक्त किसान मोर्चा की विशाल किसान महापंचायत,
देरी से टिकैत के आने पर भी उमड़ा जन सैलाव डटा रहा।
सरदारशहर में मंगलवार को जीवीएम में राष्ट्रीय संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वावधान में विशाल किसान महापंचायत आयोजित की गई, जिसमें मोर्चा के राकेश टिकैत समेत राष्ट्रीय व प्र्रदेश कार्यकारिणी के एक दर्जन से ज्यादा नेता ने शिरकत की।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में राकेश टिकैत ने केंद्र व मोदी सरकार पर अपने कतिपय नजदीकी लोगों को बड़ा फायदा पहुंचाने एवं किसान मजदूर की घोर उपेक्षा किये जाने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि अब जरूरत पड़ने पर लाखों ट्रैक्टर राजधानी में घुसाने पड़ेंगे।
यहां मंगलवार को राजीव गांधी क्रीड़ांगन में आयोजित सभा में टिकैत काफी देर से पहुंचे पर लोगों में उत्साह चरम सीमा पर था और किसान बार बार नारेबाजी कर वातावरण को गुंजायमान कर रहे थे। जाट महासभा के राज्य अध्यक्ष राजाराम मील ने कहा कि किसानों का विरोध करने वालों को सत्ता छोड़नी पड़ेगी। उन्होंने कानून वापस लेने और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद का गारंटी कानून बनाने की मांग की।
टिकैत ने कहा कि प्रमं व गृह मंत्री धरने के लिए चेतावनी दे रहे हैं पर उन्हें पता नहीं कि जनता की भीड़ से सता भी बदल जाती है, यह तो कानून हैं। उन्होंने कहा कि पहले किसान मजदूर ने रियासतों के खिलाफ आवाज उठाई और भ्रष्ट शासकों को भागने को मजबूर किया। अब भी क़ृषि कानून किसानों के साथ मजदूर तथा आम आदमी के भी अहित में है और कानून वापस लेना ही पड़ेगा। टिकैत ने कहा, 2012 में सुषमा स्वराज व नेता प्रतिपक्ष ने स्वयं मंडी व्यवस्था हटाए जाने का विरोध किया था पर सत्ता में आते ही भाजपा वालों के सुर बदल गए।
टिकैत ने किसानों को सावधान करते हुए आगाज किया, कानून के प्रति कि मोदी सरकार का सीड बीज भी पेटेंट कराने का मानस है और अगर भूल से हमने विदेशी बीज बो दिया तो कंपनियां हमारी फसल भी हड़प सकती है, हमारे पर एफ आई आर दर्ज करा सकती है।
कार्यक्रम में किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलीम,