बिहार में कोरोना संक्रमितों में करीब 72 फीसदी दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूर हैं। ये सभी प्रवासी 2 मई के बाद बिहार लौटे हैं। राज्य में करीब 21 लाख प्रवासी बिहार लौट चुके हैं, जबकि अब तक कुल 99 हजार 108 कोरोना सैम्पलों की जांच हुई है। इनमें जो बाहर नहीं गए हैं, उनकी भी जांच शामिल है। जांच में 5070  संक्रमित पाए गए हैं और इनमें 3615 सिर्फ प्रवासी हैं। अगर सभी प्रवासियों की जांच हो जाए तो यह संख्या काफी बढ़ सकती है।

कुल प्रवासियों में 1.46 फीसदी ही संक्रमित
पूर्व सेंट्रल रेलवे के अनुसार, 3 मई के बाद से अब तक 20 लाख यात्री ट्रेन से बिहार आए हैं। करीब एक लाख प्रवासी पैदल या अन्य साधनों से बिहार पहुंचे हैं। इस प्रकार कुल बिहार लौटे प्रवासियों में अब तक मात्र 1.46 फीसदी ही कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। कुल कितने प्रवासी बिहार आए हैं और इनमें कितने की जांच हुर्ई है, यह आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग उपलब्ध नहीं कराया है।

10 गुना जांच की गति तेज करनी होगी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो बिहार में जांच की रफ्तार बेहद कम है। इसकी गति 10 गुना बढ़ानी होगी। कम से कम 5 फीसदी प्रवासियों की कोरोना जांच की जानी चाहिए, ताकि उन्हें कोरोना के संक्रमण से बचाया जा सके।

सभी लक्षण वाले मरीजों की हो रही जांच
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार्र ंसह ने बताया कि बिहार में कोरोना के सभी लक्षण वाले मरीजों की जांच की जा रही है। इसके अतिरिक्त रैंडम जांच भी की जा रही है। घर-घर अभियान चलाकर सर्वेक्षण कराया जा रहा है और होम क्वारंटाइन में रहने वाले प्रवासी नियमों का पालन करें यह सुनिश्चित किया जा रहा है। 14 दिनों तक उनकी निगरानी की जा रही है।

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