Delhi metro strat in lockdown 4: कोरोना वायरस जैसे महामारी को फैलने से रोकने के लिए देशभर में लागू लॉकडाउन के चलते दिल्ली मेट्रो को बंद करना पड़ा था 50 दिन से अधिक लॉकडाउन के बाद अब दिल्ली मेट्रो जल्द ही फिर से चल सकती है. दिल्ली मेट्रो को फिर से चलाने के लिए दिल्ली सरकार की ओर से अभी कोई आदेश नहीं आया है. लेकिन मेट्रो की ओर से की जा रही तैयारियों को देखते हुए इसके जल्द दौड़ने का अनुमान लगाया जा सकता है.
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) के कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने शुक्रवार को बताया कि दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो रेल सेवाओं को फिर से शुरू करने की तारीख अभी तय नहीं हुई है. हमारी तैयारियां पूरी हो गई हैं, हमें बस सरकार के आदेश का इंतजार है. इसका निर्णय सरकार द्वारा लिया जाएगा, जिसके बाद मेट्रो में यात्रा करने के लिए यात्रियों द्वारा लिए जाने वाले अमल में लाए जाने वाले आवश्यक प्रोटोकॉल को मीडिया और जनता के साथ शेयर किया जाएगा.
मेट्रो के दोबारा चलने पर लोगों से ट्रेनों और स्टेशन परिसर पर सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने आदि जैसे महत्वपूर्ण नियमों का पालन कराने के संबंध में काम जारी है. कोरोना वायरस के मद्देनजर दिल्ली मेट्रो 22 मार्च को लगे जनता कर्फ्यू के दिन से ही बंद है. डीएमआरसी ने एक बयान में कहा कि महामारी के मद्देनजर परिसरों को संक्रमण मुक्त करने और रखरखाव का काम जारी है. डीएमआरसी ने कहा कि सेवाएं शुरू करने से पहले सिग्नल, बिजली, रॉलिंग स्टॉक और पटरी आदि सभी की पूर्ण जांच करनी पड़ेगी.
दिल्ली मेट्रो के सभी 264 स्टेशनों, 2200 से अधिक डिब्बों, 1,100 से अधिक एस्केलेटर और 1000 से अधिक लिफ्ट को संक्रमण मुक्त करना एक बड़ा काम है. बता दें कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने शुक्रवार को कहा कि लॉकडाउन के दौरान मेट्रो के जितने भी हमारे ट्रैक और रूट हैं हमने उन पर एक-एक ट्रेन को चालू करके देखा है, ताकि सिस्टम चलता रहे. जो ट्रेन नहीं चली हैं उनकी पूरी जांच की जाएगी और सर्टिफिकेट दिया जाएगा. दिल्ली मेट्रो को चलाने का फैसला केंद्र सरकार लेगी.
कैलाश गहलोत ने कहा कि हर स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी, नोटों के इस्तेमाल को प्रोत्साहित नहीं किया जाएगा, अगर किसी स्टेशन पर भीड़ होती है तो एंट्री बंद कर दी जाएगी. प्रमुख स्टेशन को ही खोला जाएगा ताकि पूरी मैन पावर लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग बनाई जा सके.