कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए मसीहा बने बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने रविवार (7 जून) को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से उनके आवास ‘मातोश्री’ में मुलाकात की। इस दौरान उद्धव के बेटे और राज्य मंत्री आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद सोनू सूद ने कहा कि वे तब तक मजदूरों की मदद करते रहेंगे, जब तक कि वो अपने घर नहीं पहुंच जाते।

अभिनेता ने कहा, “हमें उन सभी लोगों की मदद करनी चाहिए जो परेशानी में हैं और जिन्हें हमारी जरूरत है। जब तक कि आखिरी प्रवासी अपने घर नहीं पहुंच जाता, मैं उनकी मदद करना जारी रखूंगा।” इसके साथ ही उन्होंने कहा, “कश्मीर से कन्याकुमारी तक सभी पार्टियों ने समर्थन दिया है और मैं उन सभी का धन्यवाद करना चाहता हूं।

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से सोनू सूद की इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि रविवार को शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में संजय राउत ने प्रवासी मजदूरों के लिए बॉलीवुड अभिनेता द्वारा किए जा रहे कार्यों पर सवाल खड़े किए थे। इसके बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने फिल्म अभिनेता सोनू सूद की तारीफ करते हुए कहा था कि लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजकर वे अच्छा काम कर रहे हैं।

महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा, “प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजकर सोनू सूद अच्छा काम कर रहे हैं। हम उन सभी लोगों की सराहना करते हैं जो ऐसे कामों में लगे हैं। वो फिर सोनू सूद हों या कोई और।” संजय राउत के बयान के बारे में जब उनसे पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “संजय राउत साहब ने क्या कहा है मैंने नहीं सुना।”

‘सामना’ में सोनू सूद को भाजपा का मुखौटा बताने की कोशिश
संजय राउत ने शिवसना के मुखपत्र ‘सामना’ में एक्टर सोनू सूद की तरफ से किए जा रहे मदद कार्यों पर सवाल खड़ा किए हैं। उन्होंने इसके लिए भाजपा पर निशाना साधा है। वहीं, भाजपा ने संजय राउत के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। संजय राऊत ने लिखा है कि लॉकडाउन के दौरान अचानक सोनू सूद नाम का एक महात्मा तैयार हो गया है। इतने झटके और चतुराई के साथ किसी को महात्मा बनाया जा सकता है? राउत ने प्रवासी मजदूरों को बस में भेजने के लिए आए पैसों पर सवाल उठाते हुए सोनू सूद को भाजपा का मुखौटा बताने की कोशिश की है।

सोनू सूद को बसें कैसे मिल जा रहीं हैं
संजय राउत ने कहा कि सोनू सूद एक अच्छा एक्टर है। उन्होंने कहा कि फिल्मों के लिए अलग-अलग डायरेक्टर होते हैं, सोनू सूद ने जो काम किया है वह अच्छा है, लेकिन ऐसा संभव है कि इसके पीछे एक राजनीतिक डायरेक्टर हो सकता है। संजय राउत ने सोनू सूद पर सवाल उठाते हुए कहा कि बहुत चालाकी से वो ‘महात्मा’ सूद बनने की ओर हैं। रविवार को शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में संजय राउत ने पूछा कि ‘आखिर जब लॉकडाउन में लोगों को कहीं आने-जाने की अनुमति नहीं है तो बिना किसी राजनीतिक दल के मदद के उन्हें बसें कैसे मिल जा रही हैं?’

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