सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. नूतन ठाकुर ने पूर्व राज्यमंत्री सतीश पाल पर डेरापुर तहसील में 32 बीघा सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे का आरोप लगाते हुए लोकायुक्त के यहां परिवाद दाखिल किया है। आरोप है कि राजस्व कर्मियों के साथ मिलकर पूर्व राज्यमंत्री ने जमीन को अपने नाम करा लिया था।

परिवाद में 2012 से लेकर अब तक तैनात रहे जिलाधिकारियों पर कोई कार्रवाई न किए जाने का भी आरोप है। डॉ. नूतन ठाकुर ने लोकायुक्त जस्टिस संजय मिश्रा के समक्ष परिवाद दाखिल किया है। आरोप लगाए हैं कि डेरापुर में 32 बीघा जमीन पर बड़ा गांव कयूम निवासी पूर्व राज्यमंत्री सतीश पाल ने राजस्व कर्मियों से सांठगांठ करके सरकारी जमीन को अपने नाम करा लिया।

सात जून 2012 में तीन एसडीएम की कमेटी ने जांच करके रिपोर्ट तत्कालीन डीएम को सौंपी थी। इसके बाद तत्कालीन एसडीएम डेरापुर ने पूर्व राज्यमंत्री पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद शासन स्तर से कई बार इस मामले में कार्रवाई के निर्देश जारी हुए।

इसके बावजूद डीएम ने कोई कार्रवाई नहीं की। उस जमीन पर पूर्व राज्यमंत्री प्लाटिंग करके बेचने का प्रयास कर रहे हैं। नूतन ठाकुर ने कहा कि स्पष्ट जांच आख्या व संस्तुतियों के बाद भी मामले को नजरंदाज किया गया है। उन्होंने डीएम समेत उत्तरदायी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।

राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते बदनाम करने की नीयत से बेबुनियाद आरोप लगाकर शिकायत की जा रही है। पहले भी इस तरह की शिकायत लोकायुक्त से की जा चुकी है। जांच में आरोप सही न पाए जाने पर लोकायुक्त ने शिकायत को निरस्त कर दिया था। अब फिर साजिश की गई है। बताई जा रही जमीन 32 नहीं 27 बीघा पैतृक जमीन है। यह जमीन मेरे, दो भाइयों और माताजी के नाम दर्ज है। जमीन से संबंधित हर अभिलेख मेरे पास है।
-सतीश पाल, पूर्व राज्यमंत्री

यह प्रकरण संज्ञान में नहीं है। मेरे कार्यकाल में इस तरह की कोई शिकायत नहीं आई है। अगर कोई शिकायत मिलती है तो मामले में निष्पक्ष रूप से जांच कराकर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
-राकेश कुमार सिंह, डीएम

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