17 मार्च से बंद चल रहे ताजमहल सहित आगरा के सभी स्मारक अभी नहीं खुलेंगे। हालांकि केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने शर्तों के साथ देश भर स्मारकों को खोले जाने की छूट दी लेकिन डीएम प्रभु एन सिंह का कहना है कि आगरा के रेड जोन में होने के कारण कोई नई छूट नहीं दी जा सकती है।
उधर, यह पहला मौका है जब इन स्मारकों को इतने लंबे समय के लिए बंद रखा गया है। 372 साल पहले तामीर किए गए ताज को 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान 15 और 1978 की बाढ़ के दौरान सात दिन के लिए बंद रखा गया था ताजमहल में रोजाना औसतन 25 हजार सैलानी आते हैं।
डीएम पीएन सिंह ने बताया कि सोमवार से कोई भी धार्मिक स्थल दर्शानार्थियों के लिए नहीं खुलेगा। ताजमहल, सिकन्दरा, फतेहपुर सीकरी समेत सभी पुरातत्व स्मारक भी जनपद में बंद रहेंगे।
1632 से 1648 के बीच बने ताजमहल के दरवाजे लगातार कई दिनों के लिए तीन बार बंद हुए हैं। पहली बार 1971 की भारत-पाकिस्तान जंग के दौरान दिसंबर में 15 दिनों के लिए ताजमहल में पर्यटकों का प्रवेश बंद किया गया था। उसके सात साल बाद 1978 में जब आगरा में बाढ़ आई थी। और अब कोरोना के कारण ताजमहल कई दिनों से बंद है, जो एक अनचाहा रिकॉर्ड है।
ताजमहल पर 1974 से तैनात रहे पूर्व वरिष्ठ संरक्षण सहायक डॉ. आर के दीक्षित बताते हैं कि 1978 की बाढ़ के दौरान सितंबर के महीने में सात दिन के लिए स्थानीय प्रशासन ने ताजमहल को बंद किया था। तब बाढ़ का पानी पूरे शहर में आ गया था। लोग बाढ़ का पानी देखने के लिए ताजमहल जाते थे। कोई हादसा न हो जाए, इसलिए जिलाधिकारी के आदेश पर सात दिन के लिए ताज बंद किया गया था।
1984 में रात में प्रवेश हो गया बंद
1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद के हालातों को देखते हुए गृह मंत्रालय ने ताजमहल को रात में बंद कर दिया था। उससे पहले ताज रात 12 बजे तक पर्यटकों के लिए खुलता था। चमकी के लिए पूर्णिमा से तीन दिन पहले और तीन दिन बाद तक मेला लगता था। 1984 में रात में ताज बंद कर के अल सुबह से शाम तक ही खोला जाने लगा। बाद में सभी स्मारकों का समय सूर्योदय से सूर्यास्त कर दिया गया।
टूट गई उर्स की परंपरा
इस बार शाहजहां के 365 वें उर्स में परंपरा टूट गई। ताजमहल में 21 से 23 मार्च के बीच तीन दिवसीय उर्स का आयोजन होना था, लेकिन इससे पहले ही संस्कृति मंत्रालय ने कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण ताजमहल समेत स्मारकों को बंद कर दिया। इसके बाद देश में 21 दिन का संपूर्ण लॉकडाउन घोषित कर दिया गया।
कोरोना से बचाव के दृष्टिगत 17 मार्च से 31 मार्च तक ताजमहल को बंद करने के आदेश जारी किए गए थे। लेकिन स्थिति को देखते हुए जनता कर्फ्यू के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा कर दी। इसके कारण 17 मार्च से ताजमहल बंद है। 372 साल में पहली बार लगातार इतने लंबे के लिए ताजमहल बंद हुआ है।