उत्तर प्रदेश सरकार ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के प्रवासी मजदूरों को लिए एक हजार बस देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह ), अवनीश अवस्थी ने प्रियंका गांधी को पत्र लिखकर बिना किसी देरी के एक हजार बसों और ड्राइवरों का विवरण मांगा है। इसके बाद कांग्रेस ने 1000 बसों की लिस्ट सौंप दी है। प्रियंका गांधी ने बसें लेने में देरी को लेकर यूपी सरकार की आलोचना की थी।
वहीं, गाजियाबाद से आज मजदूरों को लेकर छह ट्रेनें रवाना होने वाली हैं। इनमें यूपी के तीन रूट पर जाने वाली ट्रेनों के लिए श्रमिक कविनगर रामलीला मैदान में जुटे हैं, जबकि बिहार जाने वाली तीन ट्रेनों के लिए श्रमिक घंटाघर रामलीला मैदान में एकत्र हुए हैं। इन दोनों ही जगहों पर श्रमिकों की संख्या हजारों में हैं।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘बसों को उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर लाकर खड़ा किया तो यूपी सरकार को राजनीति सूझती रही और हमें परमिशन तक नहीं दी। विपदा के मारे लोगों को कोई सहूलियत देने के लिए सरकार न तो तैयार है और कोई मदद दे तो उससे इंकार है।’
रविवार को भी प्रियंका ने किया था मुख्यमंत्री से निवेदन
रविवार को प्रियंका गांधी ने इसी मामले को लेकर दो ट्वीट किए। पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि हमारी बसें बॉर्डर पर खड़ी हैं। हजारों की संख्या में राष्ट्र निर्माता श्रमिक और प्रवासी भाई-बहन धूप में पैदल चल रहे हैं। मुख्यमंत्री इसकी परमिशन दें। हम अपने भाइयों और बहनों की मदद करना चाहते हैं।
जबकि दूसरे ट्वीट में उन्होंने एक वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री से निवेदन किया कि ये राजनीति का वक्त नहीं है। हमारी बसें बॉर्डर पर खड़ी हैं। हजारों श्रमिक, प्रवासी भाई बहन बिना खाए पिए, पैदल दुनियाभर की मुसीबतों को उठाते हुए अपने घरों की ओर चल रहे हैं। हमें इनकी मदद करने दीजिए। हमारी बसों को परमिशन दीजिए।