औरैया सड़क हादसे में 25 प्रवासी मजदूरों की मौत के बाद प्रयागराज क्षेत्र के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने फैसला किया है कि अब से रात में माल वाहक और फंसे हुए प्रवासियों को ले जाने वाले वाहन एक साथ काफिले में चला करेंगे। काफिले में जाने का विचार गति को नियंत्रित करने और दुर्घटनाओं के जोखिम को कम करने के लिए बनाया गया है।

पुलिस के आदेशों के अनुसार,  10 या 12 वाहनों के काफिले को प्रवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गति सीमाओं का कड़ाई से पालन करना होगा। पुलिस यह सुनिश्चित करेगी कि केवल खाली माल वाहक वाहनों में ही प्रवासी श्रमिकों जाएं। मोबाइल पुलिस पिकेट प्रवासियों को ले जाने वाले वाहनों पर कड़ी नजर रखेंगे। पुलिस दुपहिया / साइकिल या पैदल पैदल प्रवासियों की आवाजाही की अनुमति नहीं देगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय और राज्य राजमागोर्ं पर वाहक द्वारा अपने मूल स्थानों पर लौटने वाले सभी प्रवासियों की सुरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, माल वाहक के ड्राइवरों को 40 किमी / घंटे की गति से ड्राइव करने के लिए कहा गया है। उन्हें दो वाहनों के बीच उचित दूरी बनाए रखने के लिए भी कहा गया है।

जैसा कि शहर की सीमाएं सात पड़ोसी जिलों को छूती हैं, लिहाजा ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को प्रवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त सतर्क रहने के लिए कहा गया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here