मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सोमवार से शुरू हो रहे अनलॉक के दूसरे चरण की व्यवस्था के लिए सभी जिलाधिकारियों तथा मण्डलायुक्तों से संवाद बनाया जाए। सभी मण्डलायुक्त अपने-अपने मण्डलों में विकास व राजस्व सम्बन्धी गतिवधियों को आगे बढ़ाने के लिए समीक्षा करें। निर्माण कार्यों के शुरू होने के उपरान्त एक्सप्रेस-वे, मेडिकल काॅलेज, विश्वविद्यालय, सड़क, नहर इत्यादि के निर्माण कार्यों में श्रमिकों व कामगारों का रोजगार दिया जा सकता है। कोविड एवं नाॅन कोविड अस्पतालों का नियमित निरीक्षण किया जाए। क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन में पुख्ता इंतजाम किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने रविवार कोअपने सरकारी आवास पर हुई बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में जिलाधिकारियों के सहयोग के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, उनसे समन्वय बनाते हुए कार्य किए जाएं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक , संयुक्त निदेशक स्तर के नामित अधिकारी नोडल अधिकारी कोविड एवं नाॅन कोविड अस्पतालों का नियमित निरीक्षण करें और व्यवस्थाओं का पर्यवेक्षण करें।
रोजगार के लिए कार्य योजना बना ली जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्माण कार्यों के शुरू होने के उपरान्त एक्सप्रेस-वे, मेडिकल काॅलेज, विश्वविद्यालय, सड़क, नहर इत्यादि के निर्माण कार्यों में कामगारों का रोजगार दिया जा सकता है। आगामी 15 जून से रोजगार देने के सम्बन्ध में व्यापक कार्य योजना बना ली जाए। सभी कामगारों को भरण-पोषण भत्ता व राशन किट अवश्य दी जाए। ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में सेनिटाइजेशन का कार्य लागातार किया जाए। इससे संक्रमण रोकने में सहायता मिलेगी। ग्राम्य विकास व नगर विकास विभाग स्ट्रीट वेंडरों को लोन दिलाने के लिए समन्वित कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि श्रमिकों व कामगारों को किराए के आवास उपलब्ध कराने के लिए केन्द्र सरकार की योजना के तहत लाभान्वित करने के सम्बन्ध में कार्य योजना तैयार कर ली जाए। इससे उन्हें सुविधानुसार आवास उपलब्ध हो सकेंगे।
6 मेडिकल कालेजों पर विशेष ध्यान दिया जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर आगरा, मेरठ, अलीगढ़, मुरादाबाद, गौतमबुद्ध नगर तथा फिरोजाबाद के मेडिकल काॅलेजों में विशेष ध्यान देने दिया जाए। अस्पतालों में 48 घण्टे के लिए आॅक्सीजन का बैकअप अवश्य मौजूद हो। सोशल मीडिया की लगातार निगरानी की जाए, ताकि इस पर एंटी सोशल गतिविधियां न हो सकें।