प्रधानमंत्री के आकांक्षी जिलों की तर्ज पर अब उत्तर प्रदेश के 100 ब्लॉक भी विकसित किए जाएंगे। इनमें उन्हीं संकेतकों पर काम किया जाएगा जो आकांक्षी जिलों के लिए तय किए गए हैं। 34 जिलों में ये ब्लॉक छांटे गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद इन ब्लॉकों में सुधार की तैयारी शुरू कर दी गई है।
नीति आयोग के एक प्रस्तुतिकरण के दौरान मुख्यमंत्री ने यूपी के कुछ ब्लॉकों को भी इस तरह से विकसित करने के लिए निर्देश दिए। अब वे विकास खण्ड छांटे जा चुके हैं। इन ब्लॉक की मॉनिटरिंग के लिए भी एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। मुख्य सचिव ने 31 मार्च 2020 तक के आंकड़े मांगे हैं और अगले दो वर्षों के लिए लक्ष्यों को निर्धारित कर योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। आकांक्षी जिलों में स्वास्थ्य व पोषण व शिक्षा की योजनाओं के जुड़े 30-30 फीसदी संकेतक, कृषि व जल संरक्षण के 20 फीसदी संकेतक, 10 फीसदी मूलभूत सुविधाएं, 5-5 फीसदी संकेतक कौशल विकास से जुड़े हैं।
इन जिलों के ब्लॉकों का चयन
- एटा- साकित, जैठारा, अवागढ़
- बलिया- चिलकहर, मनियार, बांसडीह, रसरा, पांडह, गरवार, हनुमानगंज, सोहांव
- बाराबंकी- निंदूरा, पूरेदेलाल
- बांदा- बबेरू, कमासिन, बिसांदा
- बस्ती- विक्रमजोत, सल्तुआ गोपालपुर, कुंदरहा, हरैया
- कौशाम्बी- मंझनपुर, कौशम्बी, विष्णुपुरा
- पीलीभीत- पूरनपुर
- प्रयागराज- मांडा, कोराव, बहरिया
- संतकबीर नगर- सांठा, पौली, बघोली
- संत रविदास नगर- औराई संभल-रजपुरा, जुनवाई, गुन्नौर, बनियाखेरा, संभल, असमोली, पंवासा देवरिया-गौरी बाजार
- अम्बेडकरनगर- भियांव, टाण्डा, भीटी
- गोण्डा- रुपैडीह, पंडरी कृपाल, बभनजोत
- गोरखपुर- बासंगावं, कैम्पियरगंज, ब्रह्मपुर
- गाजीपुर- मर्दाह, रोटीपुरसादात, देवकाली, बिरनो, बराचंवर
- ललितपुर- मदवरा
- अमेठी- शुकुल बाजार, जामो, जगदीशपुर जौनपुर-रामपुर, मछलीशहर
- रामपुर- सैद नगर
- लखीमपुर खीरी- ईसानगर, रमियाबेहड़, बांकेगंज, धौरहरा
- सीतापुर- बिसवां
- हरदोई- संडीला