हरिद्वार : शांतिकुंज पिछले कुछ समय से विवादों से घिरा हुआ है। एक युवति ने शांतिकुंज प्रमुख पर रेप का आरोप लगाया था। मामले की जांच अभी चल ही रही है कि आश्रम में एक व्यक्ति के फांसी लगाने का मामला सामने आ गया। पुलिस मामले को गंभीर मानकर चल रही है। मृतक ने सुसाइड नोट छोड़ा है। जांच में पता चला कि उसमें एक लाइन लिखी है कि मैंने किसी को कुछ नहीं बताया…। इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। बहरहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।
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मृतक ने अपने मोबाइल फोन पर कुछ ही लाइनों का एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि बस्तर छत्तीसगढ़ निवासी राजेंद्रनाथ 1996 से शांतिकुंज में रह रहा था। उसकी शादी 2008 में हुई थी। वो परिवार के साथ शांतिकुंज कैंपस में ही रह रहा था। बताया जा रहा है कि बुधवार की सुबह पत्नी रामशीला यज्ञ में शामिल होने गई थी। जब वो लौटकर आई तब देखा कि नायलॉन की रस्सी के फंदे के सहारे राजेंद्रनाथ लटके हुए थे।
महिला के शोर मचाने के बाद आसपास के लोग जमा हुए। सूचना मिलने के बाद सप्तऋषि चैकी पुलिस पहुंच गई। उन्होंने बताया कि मृतक के मोबाइल फोन से चंद सुसाइड नोट मिला है। उसमें उसने अपनी मौत का जिम्मेदार खुद को ठहराया है। राजेंद्रनाथ संस्था के मीडिया विभाग में कार्यरत था। सुसाइड नोट में एक लाइन ऐसी लिखी है, जिसने हर किसी का ध्यान खींचा है। राजेंद्रनाथ ने लिखा है कि उसने किसी को कोई जानकारी नहीं दी है। लाइन ने सबको चैंका दिया।