यूपी के अलग-अलग जिलों में शनिवार देर रात से लेकर रविवार सुबह तक जमकर आंधी-तूफान आया। कई शहरों में तेज बारिश और ओले भी पड़े। प्रदेश में आंधी-तूफान, बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से 29 लोगों की मौत हो गई। सबसे अधिक आठ लोगों की मौत उन्नाव में हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन मौतों पर शोक व्यक्त करते हुए मरने वालों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की राहत राशि तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

लखनऊ में बारिश ने तोड़ा 61 साल का रिकॉर्ड : 
30 मई की शाम घनघोर बारिश ने सभी को चौंका दिया। पांच दशक पहले भी इस माह ऐसी बारिश नहीं हुई। मौसम विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो शनिवार की बारिश ने 61 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। 57.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इसके पहले 28 मई 1969 में 57 मिलीमीटर बारिश हुई थी। आलम यह था कि शहीद पथ पर इतना पानी जमा हो गया कि गाड़ियां बंद हो गईं। पीजीआई के पास शहीद पर चढ़ने वाले ढाल पर भी घुटनो भर पानी बह रहा था। जगह-जगह जलभराव हो गया।

करीब पांच डिग्री तापमान गिरा
मौसम विभाग के अनुसार इतनी बारिश पश्चिमी विक्षोभ के असर से हुई है। बारिश से तापमान भी नीचे आया। दिन का अधिकतम तापमान 35.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से 4.9 डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 25 डिग्री रहा। अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के असर अभी प्रभावी है। ऐसे में रविवार को भी तेज हवाओं या आंधी के साथ हल्की से तेज बारिश हो सकती है। अधिकतम तापमान 35 और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है।

पिछले 10 साल बारिश का रिकॉर्ड-
2018 में 20 मई को 8.6 मिलीमीटर बारिश
2017 में 29 मई को 5.8 मिलीमीटर बारिश
2016 में 29 मई को 9.3 मिलीमीटर बारिश
2015 में 16 मई को 2.1  मिलीमीटर बारिश
2014 में 5 मई को 4.0  मिलीमीटर बारिश
2013 में इस माह बारिश नहीं हुई
2012 में 5 और 6 मई को बूंदाबांदी हुई
2011 में 22 मई को 23.2  मिलीमीटर बारिश
2010 में 28 मई को 30.4  मिलीमीटर बारिश
2009 में 12 मई को 3.2 मिलीमीटर बारिश

प्रदेश में बारिश से जाने कहां कितनी मौत हुई : 
मौसम के बिगड़े तेवर ने उन्नाव में आठ, कन्नौज में छह, रायबरेली में पांच, आगरा में तीन तथा लखनऊ, कानपुर, बांदा, फतेहपुर, लखीमपुर खीरी, मुजफ्फरनगर और मैनपुरी में एक-एक व्यक्ति की जान ले ली। वहीं राहत आयुक्त कार्यालय ने कुल 20 लोगों के मरने की पुष्टि की है। फिरोजाबाद में 10 घायल हुए हैं। आगरा में तीन घायल हुए और 10 पशुओं की मौत हो गई। तीन कच्चे मकान और एक झोपड़ी ढह गई। मैनपुरी में 20 पशुओं के मरने की भी सूचना है। इसके अलावा पीलीभीत में एक व्यक्ति के घायल होने की सूचना है।

फसलों को भी नुकसान : 
मध्य यूपी और बुंदेलखंड आंधी-पानी और ओलावृष्टि से मक्का, उड़द, मूंग जैसी दलहनी फसलों तथा सब्जी की खेती को भारी नुकसान हुआ। कानपुर और आसपास के जिलों में क्रय केंद्रों में बाहर पड़ा सैकड़ों कुंतल गेहूं भीग गया। तूफान में काफी पेड़ और बिजली के पोल गिरने से ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बंद हो गई। हालांकि लखनऊ में आम की फसल के लिए यह बारिश वरदान मानी जा रही है।

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