लॉकडाउन के बाद स्कूल तो खुलेंगे लेकिन जिन क्षेत्रों में कोरोना पॉजिटिव मिले होंगे, उन क्षेत्र के बच्चों को एक सप्ताह बाद स्कूल जाने का मौका मिलेगा। शहर के जिन इलाकों को जिला प्रशासन ने रेड जोन घोषित किया है वहां के भी बच्चे अपने स्कूल एक सप्ताह के बाद ही जाएंगे। यह निर्देश स्कूलों के माध्यम से अभिभावकों को भेजा जायेगा।
इसकी तैयारी स्कूल स्तर पर की जा रही है। अभिभावकों से मैसेज द्वारा उनके कोरोना पॉजिटिव वाले क्षेत्र की जानकारी मांगी जायेगी। ज्ञात हो कि लॉकडाउन के बाद स्कूल खोलने के पहले और बाद में कुछ दिनों तक सावधानी रखी जाएगी। स्कूल आने और जाने के साथ बच्चे स्कूल परिसर में सुरक्षित रहें, इसके लिए अभी से प्रयास किये जा रहे हैं। स्कूल प्रशासन, शिक्षकों के अलावा अभिभावकों को निर्देश दिये जा रहे हैं। लॉकडाउन के बाद अभिभावकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। बच्चों की देखभाल के अलावा बच्चों के स्वास्थ्य पर पूरा ध्यान रखा जायेगा। जिससे बच्चे स्कूल नियमित आ सके।
अभिभावकों से शपथ पत्र भरवाया जायेगा
रेड जोन या प्रतिबंधित जोन में रहने वाले अभिभावकों को स्कूल खुलने के पहले इसकी जानकारी देनी होगी। इसके साथ उस क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव मिलने की भी जानकारी ली जायेगी। इस क्षेत्र से आने वाले बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हैं, इसका शपथ पत्र भी अभिभावकों से भरवाया जायेगा। अभिभावकों द्वारा बच्चे के स्वास्थ्य की पूरी जानकारी देने के बाद ही ये बच्चे स्कूल जा पायेंगे।
स्कूल बैग में सेनेटाइजर के साथ ग्लब्स भी
बच्चों के स्कूल बैग में पॉकेट सेनेटाइजर के साथ ग्लब्स रखा जाना है। इसके अलावा सेनेटाइजर इस्तेमाल की जानकारी भी बच्चों को देनी है। स्कूल में रहने के दौरान कब-कब सेनेटाइजर का इस्तेमाल करना है, इसे पहले से ही बच्चों को बताया जायेगा। स्कूल आने जाने में ग्लब्स पहनना है।
एक साथ बैठकर लंच नहीं कर पाएंगे बच्चे
स्कूल में लंच के समय बच्चे एक साथ बैठकर लंच खाते दिखते थे। लेकिन अब यह सिस्टम बदल जायेगा। लंच के समय सोशल डिस्टेंसिंग रहेगा। अलग अलग जगहों पर बैठकर बच्चे लंच करेंगे। इसमें दूरी रहेगी। इसपर नजर क्लास टीचर्स को रखनी है।
एफ हसन (प्राचार्य, इंटरनेशनल स्कूल) ने कहा- अभिभावकों को निर्देश भेजे जाएंगे। अभिभावकों को काफी सावधानी रखनी है। बच्चे को पूरी तरह सुरक्षित रखकर ही स्कूल भेजना है। ताकि बच्चे भी सुरक्षित रहें। कोरोना पॉजिटिव वाले क्षेत्र के बच्चों को और भी सावधानी रखनी हैं।
फादर किस्टू (प्राचार्य, सेंट जेवियर्स हाई स्कूल) ने कहा- स्कूल आने और जाने में सोशल डिस्टेंसिंग रखा जायेगा। बच्चों के लंच करने के सिस्टम में बदलाव होगा। जिससे बच्चे सोशल डिस्टेंसिंग रख सके। बच्चों के स्वास्थ्य की पूरी जांच पड़ताल के बाद ही स्कूल में आने की अनुमति मिलेगी।