बीते 100 साल में दुनिया ने दो बड़ी महामारियां स्पैनिश फ्लू और स्वाइन फ्लू देखी हैं। कोरोनावायरस संक्रमण को भी इतनी ही बड़ी महामारी माना जा रहा है। लेकिन, अगर बीती दोनों महामारियों से इसकी तुलना करें, तो कोरानावायरस अभी अपने आरंभिक चरण में दिखता है। स्पैनिश फ्लू और स्वाइन फ्लू एक ही साल में तीन चरणों में फैले। इनका पहला चरण सबसे कम घातक था, लेकिन दूसरा चरण सबसे जानलेवा रहा। तीसरा चरण पहले के मुकाबले घातक, लेकिन दूसरे से कमजाेर रहा। अगर यही ट्रेंड काेरोना में भी रहा, तो वर्तमान चरण सबसे कम घातक है।
स्वाइन फ्लू :1.25 करोड़ लोग इससे संक्रमित हुए। करीब 2 लाख लोगों की माैत हुई। पहले और दूसरे दौर में करीब 3 महीने का अंतर रहा और तीसरा दौर दूसरे के 2 महीने बाद आया।
कोरोना: चीन में नवंबर में शुरू हुआ। चार महीने में पूरी दुनिया में फैल गया। अमेरका और यूरोप के सबसे प्रभावित देश इटली में अब मामले कुछ कम हाेने शुरू हुए हैं।
चीन से कोरोनावायरस की शुरुआत हुई, वहां पर संक्रमण लगभग खत्म हो गया। 24 घंटे में संक्रमण की वजह से कोई मौत नहीं हुई। यहां जनवरी से संक्रमण फैलना शुरू हुआ था। तब से यह पहला मौका है, जब एक दिन में किसी संक्रमित की मौत नहीं हुई। इसके साथ ही वुहान में भी लॉकडाउन हटा दिया गया है। चीन में सिर्फ वुहान ही बचा है जहां लॉकडाउन जारी था। लॉकडाउन हटने के बाद यहां बड़ी तादात में भीड़ उमड़ पड़ी। वुहान में पिछले 14 दिन में संक्रमण के कुल दो मामले ही सामने आए।