कोरोना संकट से वैसे तो पूरा देश परेशान है, लेकिन पंजाब में मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. दरअसल, पंजाब में अब तक सिर्फ 2877 लोगों का सैंपल इकट्ठा किया गया है. खुद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह मान रहे हैं कि यह आंकड़ा काफी कम है. हालांकि, उनकी दलील है कि अभी सिर्फ तीन जगह टेस्ट हो रहा है. और तीन जगह के लिए परमिशन मांगी गई है.
शुक्रवार को सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि हम सिर्फ किसानों को लॉकडाउन में छूट देंगे, क्योंकि इस बार अच्छी फसल हुई है. कोरोना के कारण आंकड़े भयावह हैं. चीजें अच्छी नहीं हैं और लोगों को सुरक्षित रखना हमारा कर्तव्य है. हम दोपहर में कैबिनेट में फैसला करेंगे कि लॉकडाउन के संबंध में हम क्या करने जा रहे हैं. अभी लॉकडाउन हटाना सही नहीं होगा.
#COVID_19 ; Seriously thinking of lockdown extension but final decision at Cabinet meet, says @capt_amarinder Singh. Reveals that high-powered committee working on an exit strategy as lockdown can’t be indefinite.@thetribunechd @HTPunjab
Details at: https://t.co/FgoQC7YLaX— CMO Punjab (@CMOPb) April 10, 2020
एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि नवंबर में कोरोना वायरस अपने चरम पर होगा. इसके लिए सरकार को तैयार रहना चाहिए. नवंबर में कोरोना भारत की 58 फीसदी जनसंख्या को प्रभावित कर सकता है. इस रिपोर्ट को पंजाब सरकार के कुछ वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम ने बनाया है.
सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि दुनिया भर से 95,000 लोग अमृतसर और अन्य स्थानों पर वापस आए हैं. उन्हें नियंत्रित रखना हमारा मुख्य ऑपरेशन बन गया है. वह नियंत्रण में हैं. निजामुद्दीन का मसला भी आ गया. निजामुद्दीन से लौटे 533 लोग क्वारनटीन हैं
सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि किसानों के लिए हम सुविधा कर रहे हैं कि कैसे वो अपनी फसल को देखभाल करें. उन्होंने बताया कि पंजाब में 27 केस कम्यूनिटी ट्रांसमिशन के हैं, जो विदेश नहीं गए. 2,032 लोग क्वारनटीन हैं. 61831 लोगों की ट्रेवल हिस्ट्री है.