सोनिया गांधी ने साथ ही कहा कि केंद्र को छह महीनों के लिए सभी ईएमआई को टालने पर विचार करना चाहिए, इस अवधि के लिए बैंकों द्वारा लिया जाने वाला ब्याज भी माफ करना चाहिए. कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर 21 दिन के लॉकडाउन का समर्थन किया, डॉक्टरों और अर्द्धचिकित्सकों की रक्षा करने तथा आपूर्ति श्रृंखला को आसान बनाने के लिए कदम उठाने की मांग की. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र को छह महीनों के लिए सभी ईएमआई को टालने पर विचार करना चाहिए, इस अवधि के लिए बैंकों द्वारा लिया जाने वाला ब्याज भी माफ करना चाहिए. सोनिया गांधी ने कहा कि पूरे देश में 21 दिन तक लॉकडाउन का सरकार का फैसला स्वागत योग्य है, हम इसका समर्थन करेंगे.
Congress President & CPP Chairperson Smt. Sonia Gandhi writes a letter to PM Modi with suggestions that the govt should immediately undertake in this lockdown period. pic.twitter.com/YGsjUUFGKe
— Congress (@INCIndia) March 26, 2020
देश में कोरोनावायरस के मामले दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं. कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर अब 649 हो गई है. वहीं, इस बीमारी के शिकार 13 लोगों की मौत हो चुकी है. इस वायरस से महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा तीन लोगों की जान गई है. इसके बाद गुजरात में दो लोगों की मौत हुई. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, गुरुवार को 43 नए मामले सामने आए हैं. हालांकि, राहत की बात यह है कि इस बीमारी से 43 लोग ठीक हुए हैं.
कोरोना महामारी से निपटा जा सकता है, मगर इसके लिए सरकार में दृढ़ इच्छाशक्ति का होना बहुत जरूरी है। लॉकडाउन जैसे कदम आवश्यक हैं, लेकिन सिर्फ इसी पर निर्भर रहना भारी भूल होगी।
स्वास्थ्य सुविधाओं में युद्ध स्तर पर सुधार के जरिए ही इस महामारी से निपटा जा सकता है। pic.twitter.com/6eqIBFFCPP
— Congress (@INCIndia) March 26, 2020
कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए देश में किए गए 21 दिन के बंद (लॉक डाउन) के मद्देनजर बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी ने केंद्र और राज्य सरकारों से गरीबों के लिए राहत पैकेज की मांग की है. बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमों मायावती ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा “देश की 130 करोड़ गरीब/मेहनतकश जनता पर 21 दिनों के लॉकडाउन/कर्फ्यू वाली पाबन्दियों को कड़ाई से लागू करने के बाद, खासकर गरीब लोगों का पेट भरने अर्थात उनकी रोटी-रोजी की समस्या को दूर करने के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा राहत पैकेज की व्यवस्था करना बहुत ही जरूरी है. इस पर तुरन्त ध्यान दें.
1.देश की 130 करोड़ गरीब/मेहनतकश जनता पर 21 दिनों के लाॅकडाउन/कर्फ्यू वाली पाबन्दियों को कड़ाई से लागू करने के बाद खासकर लोगों का पेट भरने अर्थात उनकी रोटी-रोजी की समस्या को दूर करने के लिए केन्द्र व राज्य सरकारों द्वारा राहत पैकेज की व्यवस्था बहुत ही जरूरी। इसपर तुरन्त ध्यान दें।
— Mayawati (@Mayawati) March 26, 2020
2. साथ ही इस देशबन्दी में प्राइवेट सेक्टर केे लाॅकडाउन को लेकर उन्हें दी गई विभिन्न रिआयतों के साथ-साथ वहाँ काम करने वाले लोगों को भी महीने का वेतन दिलाने की व्यवस्था केन्द्र व राज्य सरकारों को सुनिश्चित करनी चाहिए। लोगों से भी अपील है कि वे सरकारी निर्देशों का अनुपालन करें।
— Mayawati (@Mayawati) March 26, 2020
उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में कहा ” साथ ही देशव्यापी बंद की इस स्थिति में निजी क्षेत्र को दी गईं विभिन्न रिआयतों के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकारें यह भी सुनिश्चित करें कि वहाँ काम करने वाले लोगों को भी महीने का वेतन मिल सके. लोगों से भी अपील है कि वे सरकारी निर्देशों का अनुपालन करें. ”
इस कठिन समय में सरकार को तत्काल देश के सभी जन-धन खाताधारकों के बैंक एकांउट में सहायता धनराशि ट्रांसफ़र करने का प्रबंध करना चाहिए. साथ ही जो लोग रास्तों पर भटक रहे हैं उनके भोजन-पानी, चिकित्सा और सुरक्षित दूरी बनाए रखते हुए रैन-बसेरों का भी इंतज़ाम करना चाहिए.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 26, 2020
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को एक ट्वीट में कहा “इस कठिन समय में सरकार को तत्काल देश के सभी जन-धन खाताधारकों के बैंक खातों में सहायता धनराशि स्थानांतरित करने का प्रबंध करना चाहिए. साथ ही जो लोग रास्तों पर भटक रहे हैं उनके भोजन-पानी, चिकित्सा और सुरक्षित दूरी बनाए रखते हुए रैन-बसेरों का भी इंतज़ाम करना चाहिए .”