कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने वर्चुअल रैली की नई परंपरा शुरू की है, जिसमें दिल्ली से ही पार्टी के वरिष्ठ नेता अलग-अलग राज्यों में जनसंवाद कर रहे हैं. बीजेपी ने अपनी वर्चुअल रैली के जरिए जन-जन तक पहुंच बनाने के लिए जगह-जगह एलईडी और स्मार्ट टीवी लगवाया है. इसको लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी पर करारा तंज कसा है.
इसके साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार द्वारा छात्रों को बांटे गए लैपटॉप की याद भी दिलाई. समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ‘सपा ने भविष्य की पीढ़ियों को सशक्त करने के लिए उन तक लैपटॉप पहुंचाए, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने कोरोना बीमारी पर जीत हासिल करने की जगह चुनाव जीतने के लिए जंगल तक में एलईडी लगवाए. इसे कहते हैं सोच का अंतर.’
इससे पहले भी उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बीजेपी की वर्चुअल रैली को लेकर हमला बोल चुके हैं. इससे पहले मंगलवार को उन्होंने ट्वीट कर कहा था, ‘सुना है बिहार की तरह पश्चिम बंगाल में भी अरबों खर्च करके विश्व रिकार्ड बनाने वाली एक ‘खर्चुअल रैली’… या ‘वर्चुअल रैली’ हो रही है. दावा ये है कि ये चुनावी रैलियां नहीं हैं, तो फिर बूथ स्तर तक इन्हें पहुंचाने के प्रयास क्यों? दरअसल भारतीय जनता पार्टी झूठ का विश्व रिकॉर्ड बना रही है.’
आपको बता दें कि बीजेपी के नेता लगातार वर्चुअल रैली कर रहे हैं. बीजेपी की पहली वर्चुअल रैली केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार में की. बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह इस प्लेटफॉर्म का जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं. वो बिहार के अलावा ओडिशा और पश्चिम बंगाल में वर्चुअल रैली के जरिए जन संवाद कर चुके हैं. बीजेपी की वर्चुअल रैलियां काफी हिट भी हो रही हैं. काफी संख्या में लोग बीजेपी नेताओं के भाषण को सुन रहे हैं.