कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. दिल्ली में सभी शॉपिंग मॉल को बंद करने का फैसला किया गया है.
- कोरोना वायरस पर दिल्ली सरकार का फैसला
- 31 मार्च तक मॉल बंद रहेगे
- जरूरत सामान दुकानें मॉल में खुलेंगी
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. दिल्ली में सभी शॉपिंग मॉल को बंद करने का फैसला किया गया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर इसका ऐलान किया. इस दौरान मॉल में सब्जी, मेडिकल स्टोर और किराना की दुकानें खुलीं रहेंगी. ऐसे में किसी भी व्यक्ति को पैनिक होने की जरूरत नहीं है और एकदम से सामान स्टोर करने की जरूरत नहीं है.
In view of the prevailing situation, we are closing down all Malls (except grocery, pharmacy and vegtable shops in them)
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 20, 2020
मॉल बंद करने से पहले दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के चलते सभी स्कूल, कॉलेज, सिनेमा हॉल स्कूल बंद करने के आदेश दिए थे. वहीं प्राइवेट फर्म के लोगों से अपील की गई थी कि वे अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम करने के लिए कहें.आपको बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ही देश को संबोधित किया था और लोगों को घरों से कम से कम बाहर निकलने की सलाह दी थी.
इसके अलावा इस रविवार को सुबह सात बजे से रात को नौ बजे तक जनता कर्फ्यू लगाया जाएगा. पीएम ने इस दौरान अपील करते हुए कहा कि लोग इस वक्त घर से बाहर बिल्कुल भी ना निकलें.अगर दिल्ली की बात करें तो यहां पर पहले से ही पर्यटन स्थल जैसे लालकिला-इंडिया गेट जैसे स्थानों को बंद कर दिया गया है. वहीं मेट्रो में भी अब लोग खड़े होकर यात्रा नहीं कर पाएंगे.
I have directed all schools, colleges and universities in Delhi to be shut down completely both for students & staff until 31 March
All exams, including Board exams will happen only after 31 March. I urge all Delhiites to work from home as far as possible #DelhiFightsCorona pic.twitter.com/jdtQGAz6xg
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 19, 2020
सरकार के गैर-जरूरी दफ्तरों को बंद रखने का आदेश
दिल्ली में मॉल के अलावा सरकार के अंतर्गत आने वाले गैर-जरूरी दफ्तर और सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं. ये फैसला 31 मार्च तक लागू रहेगा. सरकार के सिर्फ उन मंत्रालयों को खुला रखा जाएगा, जिन्हें सीधे रूप से जनता को डील करना है. साथ ही जिन कर्मचारियों की उम्र 55 से ऊपर है, वह घर से काम कर सकते हैं.
अगर कोई कर्मचारी गैरजरूरी कैटेगरी में आता है, तो उसे भी घर से काम करने की सलाह दी गई है. इस दौरान सभी परमानेंट, ठेका कर्मचारियों को सैलरी मिलती रहेगी.
महाराष्ट्र में भी लिया गया है ऐसा फैसला
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार का ये फैसला महाराष्ट्र के एकदम बाद आया है. महाराष्ट्र सरकार ने शुक्रवार को ही मुंबई, नागपुर समेत कुल चार शहरों में सभी दफ्तरों को बंद करने का आदेश दिया है. हालांकि, इन शहरों में भी सब्जी, मेडिकल स्टोर, किराना की दुकानें खुली रहेंगी. ऐसे में लोगों को वहां पर भी जरूरी सामान के लिए पैनिक होने की जरूरत नहीं है.