राजस्थान के भरतपुर जिले में 13 साल की लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया है। कामां थाना क्षेत्र के एक गांव में नाबालिग बालिका से तीन लोग करीब चार माह से सामूहिक दुष्कर्म कर रहे थे।
बालिका के पेट में दर्द की शिकायत पर चिकित्सक को दिखाया तो पता चला कि उसे 17 सप्ताह का गर्भ है। इस मामले में बालिका के पिता ने छह जनों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म, आरोपियों के परिजनों द्वारा मामला दर्ज कराने पर जान से मारने ओर गांव से निकाल देने का मामला दर्ज कराया है।
पीड़िता के पिता ने थाने में मामला दर्ज कराया कि करीब 4 माह पूर्व उसकी पुत्री अपने पुराने मकान से गांव के बाहर बने नए मकान के लिए खेतों में से होकर जा रही थी तो सरसों के खेत के पास सद्दाम पुत्र रशीद, तौफीक पुत्र दीनू, मम्मन पुत्र कल्ला उसे जबरन पकड़ कर सरसों के खेत में ले गए और उसके साथ तीनों ने दुष्कर्म किया। इसके कुछ दिन बाद उसकी लड़की दुकान पर सामान लेने गई तो मम्मन उसे पकड़कर घर ले गया और दुष्कर्म किया।
इसके बाद जब और जहां बालिका मिलती तीनों उसके साथ दुष्कर्म करते। इससे भयभीत होकर बालिका अवसाद में आ गई ओर परेशान रहने लगी। 23 मई को बालिका के पेट में दर्द होने पर जब अस्पताल लेकर गए तथा सोनोग्राफी कराई तो बालिका के 17 सप्ताह के गर्भ का पता चला।
24 मई को जब बालिका के परिजन जब आरोपियों के परिजनों के पास गए तो शेरू पुत्र रहमान, आजाद पुत्र रशीद, मुल्ला पुत्र शेरू ने जाति सूचक शब्दों से अपमानित कर कानूनी कार्रवाई करने पर जान से मारने और गांव से निकाले की धमकी दी। पिता ने सद्दाम, तौफीक, मम्मन, शेरू, आजाद व मुल्ला को नामजद करते दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है।